हरियाणा सरकार के लिए रैली आफत बनती नजर आ रही है। सराकर की तरफ से केस वापिस लेने के बाद भी जाट समुदाय रैली के विरोध को लेकर अड़ा है। जिसके तहत आज दिल्ली में जाट नेता यसपाल मलिक और सरकार के बीच बातचीत होनी है। बता दें कि रैली को लेकर इनेलो, दलित संगठन, औक अब आम आदमी पार्टी हरियाणा भी कूद पड़ी है। NGT पहले ही सरकार को फटकार लगा चुका है। ऐसे में रैली को लेकर खुफिया विभाग ने भी सरकार को चेताया है कि वे शाह की रैली रद्द कर दें।
लेकिन सरकार रैली को लेकर तैयारियों में जुटी हुई है। हरियाणा पुलिस और अन्य सभी विभागों की 15 की रैली तक छुट्टीयां रद्द कर दी है। हरियाणा के DGP ने कहा है कि रैली में पुलिस बल पूरी तरह से मुस्तैद रहेगा।
सरकार ने केंद्र से प्रदेश की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बल की कंपनिया मांगी थी, तो सरकार मे शुरुआती दौर में 60 कंपनियों की ही अनुमति दी थी। लेकिन हालात का जायजा लेने के बाद सरकार ने हरियाणा में 90 कंपनियां और भेजने के लिए तैयार हो गई है।
अब हरियाणा की सुरक्षा 150 अर्धसैनिक बलों के हाथ में होगी। अकेले रैली स्थल जींद में ही 22 कंपनियां तैनात होंगी। अर्धसैनिक बलों को लाने के लिए सरकार ने हरियाणा रोडवेज की 26 बसों को जम्मू, हिमाचल, और रानीखेत भेज दिया है।