Sahab Ram, Yuva Haryana
Chandigarh, 06 Sept, 2018
हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि प्रदेश में बाजरे की खरीद एक अक्तूबर से शुरू की जाएगी, जिसके लिए विभाग ने इस वर्ष करीब एक लाख टन बाजरा खरीदने का लक्ष्य रखा है।
कांबोज ने कहा कि खरीद के उपरान्त इस बाजरे को दिसंबर, जनवरी व फरवरी माह में सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत उपभोक्ताओं को वितरित किया जाएगा। गत वर्ष हमारी सरकार ने 31,449 टन बाजरे की खरीद की गई थी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बाजरे की खरीद सबसे पहले वर्ष 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपयी के कार्यकाल के दौरान शुरू की गई थी, जिसको बाद में कांग्रेस सरकार के दौरान वर्ष 2012 में बंद कर दिया गया था। इसके बाद में बाजरे की सरकारी खरीद पुन: केन्द्र की हमारी सरकार द्वारा वर्ष 2015 में शुरू की गई।
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ने कहा कि किसानों को चाहिए कि वे अपने बाजरे की फसल बोने का पंजीकरण संबंधित क्षेत्रों के कृषि विभाग में करवाए ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने में कोई दिक्कत न आए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा बाजरे के न्यूनतम समर्थन मूल्य में वृद्घि की गई है, जिसके कारण राजस्थान व अन्य प्रदेशों के किसानों को हरियाणा में बाजरा बेचने से रोकने व व्यपारियों की कालाबाजारी को बंद करने के लिए सरकार उपयुक्त कदम उठाएंगी। इसके लिए इस बार केवल उन्हीं किसानों का बाजरा खरीदा जाएगा, जो अपनी फसल के पंजीकरण के दस्तावेज प्रस्तुत करेंगे।
कांबोज ने कहा कि इसके अलावा राज्य के बाजरा उत्पादक जिलों के सभी उपायुक्तों एवं कृषि एवं कल्याण विभाग के निदेशक को मंडियों में बाजरे की आवक बारे में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने कहा कि यदि मंडियों में बाजरे की आवक तय समय से पहले होती है तो किसानों की मांग पर बाजरे की खरीद सिंतबर माह में शुरू कर दी जाएगी ताकि किसानों को कोई दिक्कत न हो।