हरियाणा के गुरुग्राम सेक्टर-32 स्थित ओबीसी बैंक में करीब 390 करोड़ रुपये के फर्जीवाड़ा का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि दिल्ली के हीरा निर्यातक कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक ओबीसी बैंक की ब्रांच ने इसकी शिकायत सीबीआई को 16 अगस्त को दी थी जिसके बाद अब सीबीआई ने मामले में जांच शुरु की है।
इस मामले में सीबीआई ने दिल्ली के ज्वैलर समेत कई लोगों के खिलाफ जांच शुरु की है. बैंक के अधिकारियों की शिकायत पर केस दर्ज किया गया है।
आरोप है कि साल 2007 से लेकर 2012 तक लोन लेने के बाद कोई भी पैसा नहीं चुकाया गया और लगातार लापरवाही दिखाई गई।
बैंक ने 31 मार्च 2014 को कंपनी को NPA के लिस्ट में भी डाल दिया था, लेकिन उसके बाद भी यह खेल जारी रहा. NPA की लिस्ट में शामिल होने के बावजूद कंपनी को करोडों का लोन मिलता रहा ।
सीबीआई ने दिल्ली के करोलबाग स्थित मेसर्स द्वारिका दास सेठ इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और द्वारका दास सेठ सेज इनकॉरपोरेशन नाम की कंपनी के खिलाफ केस दर्ज किया है. FIR में कंपनी के मालिक सभ्य सेठ और रिता सेठ के अलावा कृष्ण कुमार सिंह, रवि कुमार सिंह समेत कई सरकारी अधिकारी शामिल हैं।