Pradeep Dhankhar, Yuva Haryana
Jhajjar, 5 July, 2018
मेहनत करके और अपने खून- पसीने को एक करके किसान खेती करता है। लेकिन वहीं जब उनको अपनी मेहनत का फल डूबते हुए दिखता है, तो बहुत दर्द होता है। जहां प्रदेशभर में MSP बढ़ाए जाने पर सभी किसान खुश हैं, वहीं झज्जर के किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही है। किसानों को डर है कि इस बार उनकी धान की फसल पैदा होगी या नहीं।
दरअसल बेरी रोड पर खेड़ी खुमार गांव में कुछ दिनों पहले टूटी ड्रेन का पानी खेतों में घुसने की बर्बादी से अभी किसान उभरे भी नहीं थे, कि पिछले दिनों आई बरसात ने एक बार फिर से उनके अरमानों पर पानी फेर दिया।
ड्रेन का पानी खेतों में घुसने की वजह से किसानों की धान की पूरी फसल डूब गई है और रहीं- सहीं कसर बरसात के पानी ने पूरी कर दी। अब इस क्षेत्र में एक तरह से खेतों में भरे पानी को देखा जाए, तो बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। किसानों ने आरोप लगाया है कि इस बात की सूचना दिए जाने पर कोई भी अधिकारी देखने के लिए नहीं पहुंचा है।
अब किसान भयभीत है तो केवल इस बात से कि जिस तरह से मौसम विभाग ने बरसात को लेकर अलर्ट जारी कर रखा है। अगर विभाग की वह भविष्यवाणी पूरी हो गई, तो अब तो उनकी धान की फसल डूबी है, लेकिन बाद में उनके गांव में भी पानी घुस जाएगा।
पीड़ित किसान चेतराम व गूगनराम निवासी खेड़ी खुम्मार ने बताया कि उन्होंने पिछले दिनों कई एकड़ में धान की फसल बो रखी थी। लेकिन पिछले दिनों बेरी मार्ग पर ड्रेन नम्बर आठ के टूटने की वजह से उनके खेतों में पानी घुस गया और अब बरसाती पानी ने भी निकासी न होने के चलते उनके खेतों में अपना डेरा जमा लिया है। अब सभी किसान बुरी तरह से पेरशान है।
किसानों ने यह भी कहा है कि अगर प्रशासन इस पानी की निकासी के कोई पुख्ता प्रबन्ध नहीं करता है, तो निश्चित रूप से वह बर्बाद हो जाएगें। वहीं जिला उपायुक्त सोनल गोयल का कहना है कि इस पानी की निकासी को लेकर उन्होंने अधिकारियों की मीटिंग कॉल की है। इस मीटिंग में पूरे बंदोबस्त की योजना तैयार कर ली जाएगी। किसी भी किसान की फसल को बरसात के पानी से कतई खराब नहीं होने दिया जाएगा।