Yuva Haryana,
Chandigarh, (16 April 2018)
बढ़ती गर्मी में बिजली के संकट से लोगो को बचाने के लिए बिजली निगम ने दो माह पहले ही तैयारी शुरु कर दी है।
बिजली घरों में ट्रांसफार्मर जलने की सूरत में आपातकाल के लिए 22 बड़े ट्रांसफार्मर मंगाए गए हैं। यह ट्रांसफार्म 66 से 132 केवी के होंगे। इनमें से कुछ नए मंगाए गए हैं, जबकि कुछ निगम के पास पहले से उपलब्ध थे।
निगम के अधिकारियों का दावा है कि इन्हें पहले से ही बिजली घरों में फिट किया जाएगा। यह ट्रांसफार्मर धान उगाने वाले जिलों के बिजली घरों में स्थापित किए गए हैं, ताकि जून में बिजली सप्लाई के दौरान बाधा आने पर इन्हें तुरंत प्रभाव से चालू किया जा सके।
जून से अगस्त तक बढ़ती है खपत- प्रदेश में जून से अगस्त तक बिजली की खपत बढ़ती है। क्योंकि इन दिनों में खूब उमस होती है और 13 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई हो चुकी होती है। ऐसे में टयूबवेल चलते हैं और बिजली की दरकार अधिक होती है।
यही नहीं उमस बढ़ने से सभी एसी, कूलर और पंखे आदि चलते हैं। जहां अभी 1132 लाख यूनिट के करीब खर्च हो रही है, वहीं जून में यह बढ़कर 1500 लाख यूनिट तक पहुंच जाती है।
22 ट्रांसफार्मर प्रदेश के विभिन्न बिजली घरों में रखे जाएंगे, जो आपातकाल में तुरंत चालू हो जाएंगे। इससे बिजली को लेकर लोगों को दिक्कत नहीं होगी। जहां अधिक बिजली की डिमांड होगी, इन्हें वहां रखा जाएगा। जबकि बिजली सुधार पर 2500 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जाएगी।