Kamarjeet Singh, Yuva Haryana
Karnal, 27-04-2018
घर से स्कूल तो आप अपने बच्चों को खुशी- खुशी भेज देते हें, लेकिन क्या कभी ये जानने की कोशिश की है, कि आपके लाडले किस स्थिति में सफर करते है।
अगर नहीं तो, इस खबर को पढ़कर आपको यह एहसास जरूर होगा कि आप अपने अपने बच्चो की सुरक्षा की अनदेखी करते है। जी हां, एक ऑटो में 15 -15 बच्चे ठूस- ठूस कर स्कूल तक पहुंचाए जाते हैं।
लेकिन चौंकाने वाली बात तो यह है, कि जिला प्रशासन भी बच्चों की सुरक्षा के मामले में आंखें मूंदकर बैठा है। वैसे तो प्रशासन बच्चों की सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे करता है,लेकिन हकीकत कुछ और ही बयां करती है।
वहीं बात अगर सीएम सिटी करनाल की करें, तो ऑटो चालक स्कूली बच्चो को ठूस- ठूस कर ले जाते हुए नजर आते हैं। आखिर कब तक ऑटो चालक और जिला प्रशासन मासूम बच्चों की जिदगियों के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे। कब ऐसे ऑटो चालकों के खिलाफ कारवाई की जाएगी, जो स्कूली बच्चों को ठूस- ठूस कर स्कूल ले जाते है।
इसके साथ ही अभिभावाको को भी अपने बच्चो की सुरक्षा के प्रति जागरूक होना होगा, क्योंकि सवाल उनके बच्चों की जिंदगियों का है।