Pradeep Dhankar, Yuva Haryana
Jhajjar, 24 March, 2019
बहादुरगढ़ का सांखौल गांव झज्जर जिले का पहला डिजिटल गांव बनने जा रहा है। सरकार ने प्रदेश के हर जिले से एक गांव को पूरी तरह से डिजिटल बनाने का काम षुरू कर दिया है। इसी के तहत झज्जर के सांखोल गांव का चयन किया गया है। गांव में कॉमन सर्विस सैंटर स्थापित कर दिया गया। डिजिटल गांव के तहत गांव को पूरी तरह से वाई फाई किया जायेगा।
गांव वालों को नैटबैंकिंग से भी जोड़ा जायेगा। यानि गांव के लोग घर बैठे अपने बिजली का बिल भर सकेंगे। राशन कार्ड बनवाना है या फिर कोई दूसरी सरकारी सुविधा लेनी है तो वो सब गांव में ही काम हो जायेगा।
डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने के लिये केन्द्र और प्रदेष सरकार लगातार काम कर रही है। सरकारी सुविधाओं के लिये घर बैठे आवेदन करने का काम हो या फिर घर बैठे बिजली और पानी के बिल भरने का काम। हर काम जिसके लिये सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं वो काम डिजिटल साक्षरता के तहत घर बैठे किये जा सकते हैं।
इसी मकसद को पूरा करने के लिये हरियाणा के हर जिले के एक गांव को पूरी तरह डिजिटल करने का मिशन शुरू किया गया है। बहादुरगढ़ के नजदीकी सांखौल गांव का चयन भी डिजिटल गांव के लिये किया गया है। सांखोल झज्जर जिले का पहला गांव होगा जो पूरी तरह डिजिटल हो जायेगा। इसके लिये कॉमन सर्विस सैंटर और जिला प्रशासन की तरह से गांव के सचिवालय में एक वर्कशाप का आयोजन भी किया गया। प्रोजेक्ट कॉर्डिनेटर सुनील काद्यान ने बताया कि डिजिटल गांव के तहत पूरे गांव को वाई फाई किया जायेगा। गांव वालों को घर बैठे नैटबैंकिंग और बिल भरने जैसे काम भी सिखाये जायेंगे।
काद्यान ने बताया कि डिजिटल गांव के मकसद को पूरा करने के लिये ग्राम सचिवालय में कॉमन सर्विस सैंटर की स्थापना भी की गई है। इसके जरिये गांव वाले अपने गांव में ही आधार कार्ड, पैन कार्ड , राषन कार्ड जैसी कई सारी सुविधाओं के लिये आवेदन कर सकेंगे। गांव वालों को मोबाईल और कम्पयूटर के जरिये काम करने के तरीके भी सिखाये जायेंगे। इसके लिये जिले की टीम के साथ मिलकर सीएसई संचालक गांव में लगातार वर्कषॉप भी लगायेंगे और घर घर जाकर लोगों को डिजिटल गांव अभियान से जोड़ने का काम भी करेंगे।