Yuva Haryana, 29 January, 2021
किसान आंदोलन के बीच आज संसद के बजट सत्र की शुरुआत होने जा रही है। वहीं इस दौरान विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों, अर्थव्यवस्था, महंगाई और चीन के साथ गतिरोध समेत अन्य कई मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने की तैयारी की है। यह तय माना जा रहा है कि सत्र के दौरान जमकर हंगामा होगा।
इसके अलावा कांग्रेस समेत 15 विपक्षी दल पहले ही सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने का ऐलान कर चुके हैं। ऐसे में देखा जाए तो हंगामे की शुरुआत सत्र से पहले ही हो गई है।
बीते साल की तरह ही इस बार भी एक फरवरी को आम बजट पेश होगा। इससे पहले सरकार आर्थिक सर्वेक्षण जारी करेगी। बजट सत्र का पहला हिस्सा 29 जनवरी से 15 फरवरी तक तो दूसरा हिस्सा 8 मार्च से 8 अप्रैल के बीच होगा।
ये दल करेंगे बहिष्कार
कांग्रेस, एनसीपी, तृणमूल कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, डीएमके, शिवसेना, सपा, राजद, भाकपा, माकपा, आरएसपी, आईयूएमएल, पीडीपी, एमडीएमके, केरल कांग्रेस, एआईयूडीएफ, आम आदमी पार्टी और एमडीएमके अभिभाषण का बहिष्कार करेंगे। कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने बताया कि हमने आंदोलन कर रहे किसानों के प्रति एकजुटता दिखाई है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार करने का फैसला लिया है।
विपक्षी दलों के नेताओं ने किसानों के 64 दिनों से चल रहे आंदोलन पर चिंता जताई। 26 जनवरी को दिल्ली की सड़कों, खासकर लाल किला पर उपद्रवियों को रोकने में विफल दिल्ली पुलिस और खुफिया तंत्र के फेल होने पर केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि देश की 60 प्रतिशत आबादी कृषि से जुड़ी है। इन दलों ने कृषि कानूनों को किसान-मजदूर विरोधी बताते हुए इसे तत्काल वापस लेने की मांग की है।