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Yuva Haryana, Chandigarh
कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरे देश में लॉकडाउन लगा दिया गया, जिसके चलते स्कूल-कॉलेजों को भी बंद कर दिया गया। इस वजह से छात्रों की परीक्षा भी बीच में ही रोक दी गई थी। लगातार कोरोना में बढ़ोतरी होने के कारण लॉकडाउन भी बढ़ा दिया गया। इस कारण हरियाणा में आठवीं कक्षा तक सभी विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के ही पास कर दिया गया है। जबकि हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड के अंतर्गत दसवीं और बारहवीं का रिजल्ट भी जल्द घोषित होगा। लॉकडाउन से पहले छात्रों के जितने पेपर हो चुके थे। उसी के आधार पर रिजल्ट तैयार होगा।
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने बताया कि बताया कि कोविड-19 के कारण बच्चों के परीक्षा परिणामों में विशेष व्यवस्था की गई। पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को बिना परीक्षा के पास किया गया है। कक्षा ग्यारहवीं के वह विद्यार्थी जिनके पास गणित विषय था तथा उनका पेपर नहीं हो पाया, उनका बिना गणित के पेपर के परिणाम जारी किया। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं की मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव करके घर पर मूल्यांकन करने की व्यवस्था की गई है।
दसवीं कक्षा के चार विषयों के आधार पर ही दसवीं का परिणाम जल्द ही जारी किया जाएगा। इसी प्रकार 12वीं के सन्दर्भ में यह निर्णय लिया गया कि जितने पेपर हो चुके हैं। उनकी उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन आरम्भ किया जाए और परिणाम तैयार कर लिया जाए। बकाया पेपर को लेकर जब केंद्र सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्तर पर निर्णय होगा। उसी के अनुसार हरियाणा सरकार द्वारा कार्यवाही की जाएगी।
शिक्षा मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार कोविड-19 के कारण बनी परिस्थितियों के दौरान अपने स्कूली विद्यार्थियों की पढ़ाई निरंतर बनाए रखने के लिए प्रयासरत है। इसमें जहां डीटीएच के पांच डिजिटल टीवी चैनलों पर पाठ्यक्रम का प्रसारण किया जा रहा है। इसके अलावा, एनसीईआरटी के माध्यम से स्वयंप्रभा चैनल पर भी स्कूल शिक्षा का प्रसारण किया जाता है। उधर, शिक्षा मंत्री शनिवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े प्रदेश के विद्यार्थियों से भी सोशल मीडिया के माध्यम से रूबरू हुए।
उन्होंने बताया कि दसवीं कक्षा पास करने वाले विद्यार्थियों को चार विषयों के आधार पर ही आईटीआई, हॉस्पिटलिटी, पॉलीटेक्निक एवं अन्य कोर्सों में दाखिला मिलेगा। विद्यार्थी साइंस स्ट्रीम में भी वैकल्पिक दाखिला ले सकेगा। उचित समय पर परीक्षा का आयोजन होने पर उसे साइंस विषय में पास होना अनिवार्य होगा। यदि विद्यार्थी दसवीं की साइंस की परीक्षा में फेल हो जाता है तो ग्यारहवीं कक्षा की बिना साइंस संकाय वाली पढ़ाई जारी रख सकेगा।
प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों में एडमिन ब्रांच खोलने के लिए सरकार ने अनुमति दे दी है। डिपार्टमेंट ऑफ रेवेन्यू एंड डिजास्टर मैनेजमेंट नए संदर्भ में सभी जिलों के उपायुक्तों, प्रशासनिक सचिवों और फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा को सर्कुलर जारी कर दिया है। स्कूलों के रखरखाव और प्रशासनिक कार्यों को सुचारु रूप से चलाने के लिए फेडरेशन ऑफ प्राइवेट स्कूल वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने यह प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा था।
फेडरेशन का कहना था कि स्कूल भले ही बंद पड़े हैं। लेकिन सत्र शुरू होने के बाद से स्कूल के रखरखाव प्रशासनिक कार्य जैसे कि सैलरी बिल इत्यादि काम प्रभावित हो रहे हैं। सरकार में फेडरेशन की इस मांग पर विचार करते हुए उक्त आदेश दिया है। सरकार द्वारा जारी आदेशों के तहत प्राइवेट स्कूलों में प्रशासनिक ब्रांच खुल सकेगी। जहां एक प्राचार्य एक क्लर्क, एक कंप्यूटर ऑपरेटर, एक सेवादार, एक माली व एक बस ड्राइवर उपस्थित रहेगा। किसी भी स्कूल में कोई भी कर्मचारी 65 साल से अधिक उम्र न हो। कोई भी गर्भवती महिला भी स्कूल में उपस्थित नहीं होगी। साथ ही टीचर भी फिलहाल स्कूल नहीं आएंगे।
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