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Yuva Haryana, 01 December, 2020
हरियाणा प्रदेश का पहला चार मंजिला बस स्टैंड फतेहाबाद में बनकर लगभग तैयार है। यह बस स्टैंड करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा। हालांकि बस स्टैंड शहर से 4 किलोमीटर दूर है, जिससे वहां तक क्षेत्र विकसित होने में अभी कई वर्ष लगेंगे। अधिकारियों के अनुसार आगामी वर्ष जनवरी में बस स्टैंड का शुभारंभ हो जाएगा।
फिलहाल जिले का जो बस स्टैंड है वह शहर के अंदर है। अब यह छोटा पड़ने लगा। ऐसे में शहर से दूर बना नया बस स्टैंड बनाने की मुख्यमंत्री ने 15 दिसंबर 2016 को घोषणा की थी। जो जनवरी महीने में पूरी तरह बनकर तैयार हो जाएगा। हालांकि राहत की बात यह है कि रोडवेज की बसें पहले की तरह ही शहर से होकर जाएगी। इससे आमजन को राहत मिलेगी।
जब बस स्टैंड का निर्माण कार्य शुरू हुआ था तब तय हुआ कि फतेहाबाद से हिसार-सिरसा के अलावा भूना व रतिया चलने वाली बसें भी बाईपास होकर नए बस स्टैंड जाएगी। लेकिन फिलहाल रोडवेज की शहर के बाईपास होकर बसें दूसरे शहरों में भेजने की योजना नहीं है। न ही नए बस स्टैंड से सीधा बाईपास के लिए रोड का निर्माण करने का प्रस्ताव। ऐसे में नया बस स्टैंड बनने के बाद भी रोडवेज की बसें शहर से होकर गुजरेगी।
दरअसल, नया बस स्टैंड फतेहाबाद हिसार रोड पर बिजलीघर के पास बना है, जबकि हिसार-सिरसा बाईपास निर्माणाधीन बस स्टैंड से डेढ़ किलोमीटर दूर पूर्व की तरफ है। इस नए बस स्टैंड में दो लिफ्ट लगाई जाएगी। इसके लिए जल्द टेंडर होगा। फिलहाल बस स्टैंड में बने कमरों में तैयारी की जा रही है। अधिकांश कमरे तैयार कर दिए गए है। उनमें जीएम, टीएम सहित मुख्य अधिकारियों के कमरों में फाल्स टाइल लगाई गई है। वहीं अन्य कर्मचारियों के कैबिन भी तैयार कर दिया। वहीं अब तक पेयजल व सीवरेज का कनेक्शन नहीं हुआ है। जन स्वास्थ्य विभाग को वन विभाग से मंजूरी लेने में परेशानी आ रही है। हालांकि रोडवेज के अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही दोनों कनेक्शन हो जाएंगे।
रोडवेज विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बस स्टैंड के पहली दो मंजिल रोडवेज विभाग खुद प्रयोग करेगी, वहीं तीसरी व चौथी मंजिल किराए पर दी जाएगी। उसमें बैंक व अन्य सरकारी कार्यालयों के लिए होगी।
करीब 8 करोड़ रुपये की लागत से बने चार मंजिला बस स्टैंड जनवरी 2019 में तैयार होना था, लेकिन अब इसका भवन जनवरी 2021 में तैयार होगा। मुख्यमंत्री ने नए बस स्टैंड बनाने की घोषणा 15 दिसंबर 2016 को फतेहाबाद में आयोजित रैली में कही थी। इसके बाद इसका निर्माण कार्य अप्रैल 17 अप्रैल 2017 में शुरू हुआ था। ऐसे में निर्धारित समयावधि से 2 साल अधिक लग गए।
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